दृष्टिकोण:
श्रवण, वाचन, पठन एवं लेखन जैसी भाषायी दक्षताओं के माध्यम से विद्यार्थियों में सम्पूर्णज्ञान का प्रचार प्रसार करना तथा हिन्दी भाषा एवं साहित्य का सर्वांगीण विकास करना।
उददेश्य:
• विद्यार्थियों को शुध्दहिन्दी वाचन तथा शुध्द हिन्दी लेखन के लिए प्रेरित करना ।
• साहित्य में निहितविषयवस्तु एवं मर्म का अवलोकन कर स्वाध्याय के प्रति गहरी रूचि उत्पन्न करना ।
• अध्ययन, वाचन, लेखन, शोध संगोष्ठी तथारचनात्मक लेखन की स्वस्थ्य परंपरा को विकसित करना ।